Sulochna Latkar |
Sulochna Latkar Died: बॉलीवुड से शॉकिंग खबर है. फिल्मों में मां का किरदार निभाकर लोगों के दिलों में दशकों तक राज करने वाली सुलोचना लाटकर (Sulochna Latkar) का निधन हो गया है. सुलोचना 94 साल की थीं. उम्र के चलते वो कई बीमारियों से जूझ रही थीं. जानकारी के मुताबिक कई बीमारियों की वजह से उन्होंने रविवार को दुनिया को अलविदा कह दिया. खबरों की मानें तो एक्ट्रेस का अंतिम संस्कार सोमवार को सुबह दादर में किया जाएगा.
पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि
सुलोचना लाटकर (Sulochna Latkar) के निधन से बॉलीवुड में सन्नाटा पसर गया है. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दिग्गज एक्ट्रेस के निधन पर शोक जताया और सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि भी दी. पीएम मोदी ने ट्वीट किया- 'आपके जाने से भारतीय सिनेमा में एक खालीपन रह गया है. अपनी बेहतरीन परफॉर्मेंस से जिस तरह से हमारे कल्चर को एनरिच किया और जेनरेशंस को कहानियां दी है वो काबिले तारीफ रहा है. आपकी लेगेसी आपके काम में हमेशा झलकती रहेगी. परिवार को सांत्वना. ओम शांति.'
अमिताभ बच्चन और दिलीप कुमार संग किया ज्यादा काम
सुलोचना लाटकर (Sulochna Latkar) ने फिल्मों में ज्यादातर अमिताभ बच्चन और दिलीप कुमार की मां का रोल निभाया है. यहां तक कि इन्हें हिंदी सिनेमाजगत में पहचान मां के किरदार से ही मिली. ज्यादातर लोग उन्हें एक्टर्स की ऑनस्क्रीन मां के रोल से भी जानते थे. इनमें 'रेशमा और शेरा', 'मजबूर', 'मुकद्दार का सिकंदर', 'कटी पतंग', 'जॉनी मेरा नाम', 'दिल देके देखो', 'खून भरी मांग' फिल्में शामिल है. हिंदी फिल्मों के अलावा सुलोचना लाटकर ने मराठी फिल्मों में भी काम किया है. यानी कि करीबन 300 से ज्यादा फिल्मों में काम किया.
1988 में काम करना किया बंद
सिनेमाजगत में सुलोचना लाटकर ने लंबे वक्त तक काम किया. लेकिन साल 1988 में उन्होंने काम करना बंद कर दिया था. हालांकि उनका एक्टिंग से इतना ज्यादा लगाव था कि टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में उन्होंने कहा था कि वो पर्दे पर 'झांसी की रानी' और 'महारानी अहिल्याबाई होल्कर' का रोल निभाना चाहती है. लेकिन उम्र की वजह से अब नहीं कर सकती. पर अगले जन्म में मैं जरूर करना चाहूंगी. आपको बता दें, सुलोचना लाटकर को साल 1999 में पद्मश्री अवॉर्ड और साल 2004 में फिल्मफेयर का लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड और 2009 में महाराष्ट्र भूषण अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है.
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